हमारे नये E-Book Store के साथ Shri Ramcharitmanas E-Book और Mahabharat E-Book लाये है

Shri Ramcharitmanas E-Book और Mahabharat E-Book लाये है हमारे नये E-Book Store के साथ 

 

प्रिय पाठक मित्रो….! यदि आप हमारे नियमित पाठक होंगे तो, Indian Gappa (इंडियन गप्पा) इस ब्लॉग से आप भली-भांति परिचित होंगे. हमारे ब्लॉग के विशेषज्ञों ने मिलकर एक E-Book Store शुरू करने के विचार को सभी के सामने रखा है. 

 

इस नये Indian Gappa E-Book Store को हम इसी ब्लॉग में Integrate करने वाले है. जिसमे आपको आपकी पसंदीदा पुस्तके E-Book के फॉर्मेट में बिलकुल फ्री मिलेगी. ये प्रयास हमारे पाठक याने आपके लिए ही है.

  

इस नये E-Book Store के सुझाव पर सभी की एक जैसी ही सहमती बनी है. लेकिन इस सहमती के साथ ही E-Book Store को शुरू करने से पहले सभी के कुछ सुझाव भी आये है. 👇👇👀❤❤

Indian-Gappa-E-Book-Store
Indian Gappa E-Book Store

 

इन सुझाव में सभी के द्वारा एक सुझाव सामान्य तौर पर निकलकर आया है. वो सुझाव कुछ इस प्रकार है की, “Indian Gappa E-Book Store” के पेज का निर्माण कार्य शुरू रखा जाये और एक तरफ इसकी टेस्टिंग भी शुरू कर दी जाये”.

 

Mahabharat E-Book और Ramcharitmanas E-Book : Indian Gappa E-Book Store की टेस्टिंग

 

सभी के सुझाव से E-Book Store टेस्टिंग के लिए क्यों न हमारे ही ब्लॉग Indian Gappa पर ही एक टेस्टिंग पेज बनाकर हमारे पाठको की राय जान ली जाये. तो आप अभी उसी E-Book Store टेस्टिंग पेज पर है.

 

हमारे द्वारा E-Book Store की टेस्टिंग में सबसे पहले “श्री रामचरित मानस” (Shri Ramcharitmanas) और “महाभारत” (Mahabharat) ये दो महान काव्य ग्रंथ आपको E-Book के रूप में भेंट देने का निर्णय लिया गया है. 

 

जिसके साथ ही आपसे अनुरोध के साथ आपसे ५० रूपये मात्र सहायता निधि के रूप में लेने वाले है. हमे विश्वास है की, आप हमे जरुर ही सहायता करेंगे. ❤❤❤ 

 

हमारी नयी E-Book Store के साथ आपसे एक अनुराध है : Request By Heart

 

हमारे E-Book Store के टेस्टिंग पेज पर आप आये इसके लिए आपका धन्यवाद…! जैसे की आपको पता है की हमारे द्वारा आपको इस टेस्टिंग पेज पर E-Book के रूप में Ramcharitmanas E-Book और Mahabharat E-Book ये दो महाकाव्य E-Book देकर की शुरवात की जा रही है. आगे यह E-Book Store इसी वेबसाइट में integrate कर दिया जायेगा.  

 

लेकिन क्या आपको पता है की, किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग को बनाने के पहले कितना खर्च होता है. जो हमें वहन करना पड़ता है आप तक इनफार्मेशन को मुफ्त में पहुचने के लिए. अगर नहीं तो आपको बता देते है. और E-Book Store इसी वेबसाइट में Integrate करने के लिए हम अलग से Space भी खरीदना होगा जहा पर हमारे द्वारा E-Book फाइल को रखा जायेगा.

 

हम Indian Gappa (इंडियन गप्पा) इस ब्लॉग को सुचारू रूप से चलने में और आप तक जानकारी पहुचाने में हमें कितना खर्च आता है. ये देख लीजिये.  

 

1. Website का डोमेन नाम :- लगभग 500 से 1000 रूपये तक (केवल एक वर्ष के लिए) 

2. Hosting का खर्च :- लगभग 200 से 400 रूपये हर महीने (केवल एक वर्ष के लिए 2400 से 4800) (Indian Gappa में ये खर्च नहीं है लेकिन E-Book Store के लिए Space भी खरीदना होगा इसीलिए Hosting आवश्यक है.)

3. Internet का खर्च :- लगभग 500 से 700 रूपये तक का बिल BSNL Broadband के द्वारा (हर महीने के लिए) याने वर्ष का लगभग 6000 से 8400 रूपये तक 

4. बिजली का खर्च :- लगभग 400/- से 500/- प्रति महिना (सालाना 4800/- से 6000/- तक)

5. वेबसाइट के लिए कार्य करने वाले लेखको और पोस्ट करने वालो को को दिया जाने वाला मानधन :- वर्ष में लगभग एक वर्ष में 40,000 से 50,000 रूपये तक 

 

वेबसाइट के लिए टोटल खर्च = 53,700 रूपये से 70,200 रूपये तक हो जाता है. 

 

अगर इसे हम पूरी लागत जोड़े तो टोटल होगा = 1 लाख रूपये सालाना का खर्च वहन करना पड़ता है. 

 

आप सोचेंगे की हमें लेकिन Ad Sense से काफी कमाई हो जाती है, लेकिन ये सब बेकार की बाते है. आपको बता दे की, Ad Sense से की कमाई से वेबसाइट या ब्लॉग का Maintenance  कर पाना भी मुस्किल है. वैसे भी हमारा उद्देश्य केवल पैसे कमाना ही नहीं है. ये कार्य हम अपने सेवाभाव से कर रहे है. 

 

उसी सेवाभाव में आगे का पड़ाव है.. हमारा “Indian Gappa E-Book Store

 

सबसे महत्वपूर्ण और किमती चीज है हमारा समय जो आपके लिए जानकारी भरे लेख लिखने के लिए काफी देर तक लेखन कार्य और टाइपिंग कार्य करने के लिए और ब्लॉग पर पोस्ट करने के लिए दिया जाता है. 

 

इसीलिए हमारे पाठक होने के नाते आप हमारी E-Book Store के लिए एक सहायता निधि के रूप में केवल 50/- जो पेमेंट करते समय आपको 60/- (with transaction fee)  तक हो सकता है की सहायता हमें आप करेंगे. ❤❤❤ 

 

इस सहायता को हम आपसे ऐसे ही नहीं ले रहे है. आपकी सहायता के फलस्वरूप आपको भेंट के रूप में आपको Shri Ramcharitmanas E-Book और Mahabharat E-Book भी दे रहे है. कृपया करके दोनों E-Book को स्वीकार करे और हमारी सहायता करे. ❤❤❤ 

Ramcharitmanas E-Book (“श्री रामचरित मानस ईबुक”)

Total Pages :- 1240

Format :- PDF

Size :- 74.9 MB

Scan From :- Physical Book

Help To Our E-Book Store  :- Rs. 50/- Only 

E-Book खरीदकर हमारी E-Book Store  को सहायता करे :- ५०/- रूपये मात्र 

 

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Ramcharitmanas E-Book

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Help Us 

 

Mahabharat E-Book (“महाभारत ईबुक”)

Total Pages :- 1665 

Format :- PDF

Scan From : Physical Book 

Size :- 271 MB

Help To Our E-Book Store  :- Rs. 50/- Only 

E-Book खरीदकर हमारी E-Book Store  को सहायता करे :- ५० रूपये मात्र 

ramcharitmanas-pdf
Mahabharat E-Book

 

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Help Us

सहायता निधि के बारे में : Relief Fund और Aid Fund की व्याख्या 

 

आप ये जो Ramcharitmanas और Mahabharat दोनों E-Book भेंट रूप में स्वीकार रहे है. समझ लीजिये की, ये एक सहायता निधि ना होकर केवल हमारे IndianGappa के लिए मेहनताना ही है. जो आप हमारे पाठक अपनी स्वेच्छा से हमें दे रहे है. 

 

वैसे भी जो दोनों E-Book आपको हमारे द्वारा भेंट रूप में दी जा रही है. उनपर भी जरुर विचार करे. 

 

जैसे Ramcharitmanas E-Book में 1240 पेज है और Mahabharat में 1665 पेज है. याने कुल 1240 + 1665 = 2905 पेज हो जाते है.

 

यदि इन 2905 की Scanning की ही कीमत लगायी जाये जो मार्किट में 5 से 10 रूपये प्रति पेज तक होती है. अगर 1 रूपये के हिसाब से भी लिए जाये तो 2905/- रूपये हो जाती है. लेकिन हम आपको सहायता निधि मांग कर ही आपकी दिशाभूल नहीं करना चाहते है. क्योकि हमारा आपसे एक लेखक और पाठक का है. आप सभी हमारे लिए बहुमूल्य है.  

 

इसके बदले में आपको दो महान ग्रंथो के E-Book रूप में आपको दे रहे है. जो आपके जीवन में किसी न किसी मोड़ पर काम ही आयेगी. जिसे आप प्रिंट करके भी अपने पास रख सकते है. जबकि इसके प्रिंटेड फॉर्म में मिलने वाली बुक की कीमत तो इससे भी ज्यादा आयेगी.

 

लेकिन आप जब इसे हमारे इस टेस्टिंग पेज से भेंट रूप में प्राप्त करेंगे. तो आपके दो लक्ष्य साध्य होंगे. 

1. आपको Shri Ramcharitmanas E-Book और Mahabharat E-Book ये दोनों E-Book मिल जाएगी. जो आपके जीवन को सही रह पर ले जाएगी.

2. हमारी E-Book Store के लिए सहायता हो जाएगी और आपका इंडियन गप्पा से रिश्ता और भी मजबूत हो जायेगा.  

 

यदि आप हमारी ज्यादा सहायता करना चाहते है, जिससे हमारी E-Book Store और अच्छा बने और आप जैसे ज्यादा पाठको तक पहुचे तो आप 50/- रूपये की जगह अपनी स्वेच्छा से और अपनी मनोभावना से कुछ ज्यादा रक्कम लिखकर हमे और ज्यादा सहायता निधि दे सकते है. 

 

क्योकि ये 50/- रूपये तो Minimum सहायता निधि के रूप में है. आगे आपकी ही कृपा हमारी कोई जबरदस्ती नहीं है. हम तो अपना सेवाकार्य ऐसे ही जारी रखेंगे. 

 

Shri Ramcharitmanas E-Book (“श्री रामचरित मानस ईबुक”) को अपने ज्यादा से ज्यादा सहायता निधि के साथ भेंट रूप में प्राप्त करे और हमारी सहायता करे.

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Help Us 

 

Mahabharat E-Book (“महाभारत ईबुक”) – को अपने ज्यादा से ज्यादा सहायता निधि के साथ भेंट रूप में प्राप्त करे और हमारी सहायता करे.

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Help Us 

 

E-Book को भेंट रूप में कैसे प्राप्त करे – How Get E-Book

 

Step 1. सबसे पहले ऊपर के Help Us पर क्लिक करे. 👈

Step 2. उसके बाद आपको निचे इमेज में बताये अनुसार E-Book का View दिखाई देगा. 

इसमें यदि आप हमें 50/- से ज्यादा सहायता करना चाहते है तो 50/- को Delete करके अपनी राशि अपनी स्वेच्छा से लिख सकते है.

जिसमे आपको फिर Buy Now पर क्लिक करने होगा. 👇👇👀

 

Step2
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Step 3. उसके बाद आपको निचे इमेज में बताये अनुसार View दिखाई देगा. जिसमे आपको आपका नाम, इमेल, मोबाइल नंबर भरकर आगे Review & Pay पर क्लिक करना है. 👇👇👀

 

Step3
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Step 4. यहाँ आपको अपनी पेमेंट की प्रोसेस को पूरा करना है. Make Payment पर क्लिक करे. 👇👇👀

 

Step4
Step4

 

 

Step 5. इसमें आपको सभी पेमेंट आप्शन मिल जायेंगे. Enter UPI ID का Option दिखाई देगा. यदि आप किसी और तरीके से जैसे Internet banking, PayTM आदि से पेमेंट करना चाहते है. तो आप More Payment Option पर क्लिक करे और आगे Payment की प्रक्रिया पूरी करे. 👇👇👀

 

Step5
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Step 6. पेमेंट हो जाने के बाद आपको निचे इमेज में बताये अनुसार View दिखाई देगा. जिसमे आपको आपका हृदय से Thanks किया जायेगा. अब आपको View Order & Download पर क्लिक करना है. 👇👇👀

 

Step6
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Step 7. उसके बाद आपको Order Details का पेज जायेगा और आपको निचे इमेज में बताये अनुसार Download पर क्लिक करके E-Book Download करे लेना है. जिससे आपको Ebook भी मिल जाएगी और हमारी सहायता भी हो जायगी. 👇👇👀

Step7
Step7

आपसे दिल से विनंती है की, आप हमारी सहायता जरुर करेंगे और हमारे E-Book Store बनाने के प्रयास को जरुर सफल बनायेगे. 

 

आगे आप जो दोनों E-Book आपको देने वाले है वो कितने लाभकारी और महत्वपूर्ण है. वो भी देख लीजिये. ये मत समझिये की, हम आपको केवल एक PDF की फाइल दे रहे है. ये तो आपको जीवन का पूरा सार दे रहे है. 

 

यही कारण है की हमारे द्वारा “श्री रामचरित मानस” और “महाभारत” इन दोनों ही जीवन के पथ प्रदर्शक ग्रंथो को आपके लिए और हमारे IndianGappa E-Book Store के शुभारंभ के लिए चुना है.  

 

ऐसा नहीं है की ये केवल सनातन हिन्दू के लिए ही जरुरी है ये दोनों ग्रन्थ तो पुरे विश्व के लिए एक महान ग्रन्थ है. इन दोनों ग्रंथो में बताई गयी सिख पर चलकर हम अपना जीवन सफल बना सकते है. 

 

E-Book Store  के साथ Ramcharitmanas E-Book :- श्री रामचरित मानस संक्षिप्त परिचय 

 

श्री रामचरित मानस :- रामचरितमानस की रचना गोस्वामी तुलसीदास द्वारा १६वीं सदी में की गयी थी. रामचरितमानस की मूल भाषा अवधी है. यह सनातन और प्रसिद्ध ग्रन्थ है. रामचरितमानस को हिंदी साहित्य (अवधी साहित्य) की एक महान कृति माना जाता है. रामचरितमानस को सामान्यतः ‘तुलसी रामायण’ या ‘तुलसीकृत रामायण’ भी कहा जाता है. रामचरितमानस की लोकप्रियता अपने आप में अद्वितीय है. उत्तर भारत में ‘रामायण’ के रूप में बहुत से लोगों द्वारा प्रतिदिन पढ़ा जाता है. शरद नवरात्रि में रामचरितमानस के सुन्दर काण्ड का पाठ पूरे नौ दिन किया जाता है. रामायण मण्डलों द्वारा मंगलवार और शनिवार को रामचरितमानस के सुन्दरकाण्ड का पाठ किया जाता है.

ramcharitmanas-pdf
श्री रामचरित मानस ईबुक

Shri Ramcharitmanas E-Book (“श्री रामचरित मानस ईबुक”)

Total Pages :- 1240

Format :- PDF

Size :- 74.9 MB

Scan From :- Physical Book

Help To Our E-Book Store  :- Rs. 50/- Only 

E-Book खरीदकर हमारी E-Book Store को सहायता करे :- ५०/- रूपये मात्र 

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Help Us 

 

E-Book Store  के साथ Mahabharat E-Book :- महाभारत संक्षिप्त परिचय

 

महाभारत :- महाभारत सनातन हिन्दुओं का एक प्रमुख काव्य ग्रंथ है. इसे भारत भी कहा जाता है. यह काव्यग्रंथ भारत का अनुपम धार्मिक, पौराणिक, ऐतिहासिक और दार्शनिक ग्रंथ हैं. विश्व का सबसे लंबा यह साहित्यिक ग्रंथ और महाकाव्य, हिन्दू धर्म के मुख्यतम ग्रंथों में से एक है. इस ग्रन्थ को हिन्दू धर्म में पंचम वेद माना जाता है. यद्यपि इसे साहित्य की सबसे अनुपम कृतियों में से एक माना जाता है, किन्तु आज भी यह ग्रंथ प्रत्येक भारतीय के लिये एक अनुकरणीय स्रोत है. यह कृति प्राचीन भारत के इतिहास की एक गाथा है. इसी में हिन्दू धर्म का पवित्रतम ग्रंथ भगवद्गीता सन्निहित है. पूरे महाभारत में लगभग १,१०,००० श्लोक हैं, जो यूनानी काव्यों इलियड और ओडिसी से परिमाण में दस गुणा अधिक हैं.

mahabharat-pdf
महाभारत ईबुक

Mahabharat E-Book (“महाभारत ईबुक”)

Total Pages :- 1665 

Format :- PDF

Scan From : Physical Book 

Size :- 271 MB

Help To Our E-Book Store :- Rs. 50/- Only 

E-Book खरीदकर हमारी E-Book Store  को सहायता करे :- ५० रूपये मात्र 

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Help Us 

 

आपके सुझाव हमारे लिए जरुरी है. जरुर कमेंट करे….! जिन्हें हमारे ये सहायता निधि वाला पोस्ट पसंद न आया वे भी कमेंट कर सकते है…..! उनके भी सुझाव से हमें ख़ुशी होगी. 

 

Note :- आपको बता दे की हम यहाँ पर कोई भी प्रोडक्ट नहीं बेच रहे है. इसे इस प्रकार समझे की आपसे सहायता मांग रहे है और उसके बदले कुछ भेंट दे रहे है. 

 

सिर्फ आपकी सहायता निधि को स्वीकार करने के लिए www.instamojo.com इस Payment Gatway को के माध्यम के रूप में उपयोग करे रहे है.  

 

यदि हमारी सहायता अपने दिल से करना चाहते है तो, जरुर कीजिये. इस सहायता निधि के बारे में हमारी सिर्फ आपसे विनंती है न की कोई जबरदस्ती है. आपसे अनुरोध है की, इसे विवाद का विषय न बनाये. हमारे पाठको का दिल से धन्यवाद…!