महाभारत किसने लिखी थी? – Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki सटीक जवाब जानिए

Mahabharat Ke Rachyita Kaun Hai – Mahabharat Kisne Likhi – Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki 

 

आज लेख में आपको Mahabharat Kisne Likhi और Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki इस सवाल का सटीक जवाब आपको इस लेख में देखे वाले है. उसी प्रकार Mahabharat Ke Rachyita Kaun Hai, महाभारत की रचना किसने की, Mahabharat Kisne Likha Answer, महाभारत किस भाषा में लिखा गया है, महाभारत कौन से युग में हुआ था, महाभारत का युद्ध कितने दिन चला इन सभी सवालो की सार्थक चर्चा करेंगे और इनका देने की कोशिश करेंगे.

 

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Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki

महाभारत किसने लिखी, महाभारत के रचयिता कौन थे, महाभारत की रचना किसने की और Mahabharat Kisne Likhi Thi इस सवाल के जवाब को जानने से पहले जान लेना जरुरी है की इसके बारे में किस प्रकार के सवाल लोग Google पर किस प्रकार सर्च करते है.

 

1. महाभारत किसने लिखी ?

2. महाभारत किसने लिखा ? 

3. Mahabharat Kisne Likhi Thi ?

4. Mahabharat Kisne Likha ? 

5. Mahabharat Kisne Likha Answer ?

6. Mahabharat Kisne Likha ?

7. Mahabharat Kisne Likhi Hai ?

8. महाभारत कथा किसने लिखी थी ? 

9. महाभारत किसने लिखा है ? 

10. Mahabharat Kisne Likhi Thi ?

11. Mahabharat Kisne Likhi In Hindi ?

12 Mahabharat Kisne Likhi Thi Uska Naam ?

13. Mahabharat Kisne Likhi Hai In Hindi ?

14. महाभारत किसने लिखा है ?

 

मै आपको इस बात का विश्वास आपको दिलाता हूँ की, इस सवाल का सटीक जवाब Indian Gappa इस ब्लॉग पर ही मिलेगा. इसके जवाब के लिए कुछ मुद्दो पर आपके अपने हिंदी ब्लॉग के इंडियन गप्पा के विशेषज्ञ लेखको के द्वारा Mahabharat Kisne Likhi और Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki इस बात पर एक सार्थक चर्चा करके आपके लिए इस सवाल का जवाब देने के लिए ये आर्टिकल लिखा गया है………..!

Table of Contents Covered About Mahabharat (महाभारत)  

  • Mahabharat Kisne Likha Answer In Short – महाभारत के रचयिता कौन है संक्षिप्त जवाब 
  • महाभारत कथा किसने लिखी थी – महाभारत की रचना किसने की विस्तृत जवाब
  • महाभारत किसने लिखा और कब लिखा – विशेष जानकारी 
  • Mahabharat Kisne Likhi  इस बारे में प्रचलित एक विशेष कहानी 
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत की रचना कब हुई?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का अन्य भाषाओँ में किया गया अनुवाद
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत की कथा का मूल
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कब और कहाँ हुआ था?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कब हुआ था?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कहाँ हुआ था?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत में कितने श्लोक हैं ?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत किस भाषा में लिखा गया है ?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कितने दिन चला ?
  • Mahabharat Ki Rachna : महाभारत में कितने अध्याय हैं

 

तो आइये जल्दी से सुरु करते है……..!

 

Mahabharat Kisne Likha Answer In Short – महाभारत के रचयिता कौन है संक्षिप्त जवाब 

 

जैसा की आपको इस लेख की विषय-वस्तु के बारे में ज्ञात होगा जिसे हम प्रश्न स्वरुप में जान लेते है.

 

प्रश्न क्रमांक 1 :- महाभारत की रचना किसने की? (Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki?)

उत्तर:- महर्षि वेद व्यास (Maharshi Ved Vyas)

 

प्रश्न क्रमांक 2 :- महाभारत के रचयिता कौन है? (Mahabharat Ke Rachyita Kaun Hai?)

उत्तर:- महर्षि वेद व्यास (Maharshi Ved Vyas)

 

प्रश्न क्रमांक 3 :- महाभारत किसने लिखा है? (Mahabharat Kisne Likhi?)

उत्तर:- महर्षि वेद व्यास (Maharshi Ved Vyas) 

 

Note:- महाभारत किसने लिखी थी? इस बारे में मत भिन्न-भिन्न है कुछ विद्वान् “श्री गणेश” को महाभारत का लेखक मानते है

 

आगे हम इन संक्षिप्त जवाब को विवेचना विस्तृत चर्चा के माध्यम से करेंगे. 

 

महाभारत कथा किसने लिखी थी – महाभारत की रचना किसने की विस्तृत जवाब 

 

आपको Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki इस बारे में संक्षिप्त जवाब मिल गया होगा किन्तु महाभारत इस अद्वितीय महाग्रंथ के विषय में हम आगे विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे. आपको यह तो ज्ञात ही होगा होगा की, महाभारत दुनिया का सबसे बड़ा महाकाव्य है

 

महाभारत की रचना वेद व्यास इन्होने की थी आपको इस बात का ज्ञान तो होगा ही किन्तु आपको शायद ये नही मालूम होगा की, वेद व्यास और महाभारत का रिश्ता कुछ अनूठा है. जिसे हम आगे जानेंगे.

 

1. वेद व्यास महाभारत के लेखक ही नहीं, वरन इसके एक महत्वपूर्ण पात्र भी थे. आपको बता दे की, महाभारत के तीनो प्रमुख पात्र धृतराष्टृ, पाण्डु और विधुर वेद व्यास की ही संताने हैं अर्थात व्यासजी रिश्ते में कौरवों और पांडवों के दादाजी होती थे. 

 

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Mahabharat Kisne Likhi

2. सात चिरंजीवियों जो अजर-अमर हैं उनमें वेद व्यास इनका नाम शामिल है. उन सात चिरंजीवियों के नाम कुछ इस प्रकार है. 1. अश्वत्थामा, 2. राजा बलि, 3. परशुराम, 4. विभिषण 5. महर्षि व्यास 6. हनुमान, 7. कृपाचार्य. 

 

जैसा की आपको उपरोक्त संक्षिप्त जवाब के आधार पर महाभारत के रचयिता कौन है और Mahabharat Kisne Likhi Thi इस बारे में जानकारी प्राप्त हो गयी होगी. हमने जान लिया की, महाभारत के रचयिता का नाम क्या है और महाभारत किसने लिखा किन्तु महाभारत किसने लिखा है? इस बारे में एक विशेष कथा जनसामान्य में प्रचलित है जिसे आपके सामने रखने जा रहे है. निचे देख सकते है.👇👀👇

 

महाभारत किसने लिखा और कब लिखा – विशेष जानकारी 

 

इस बार में सभी आपको उपरोक्त संक्षिप्त जवाब Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki इस बारे में ये तो पता ही चल गया होगा की, महर्षि वेद व्यास (Ved Vyas) ने महाभारत की रचना की थी. किन्तु Mahabharat Kisne Likha Answer इस बारे में एक विशेष कहानी प्रचलित है. जो निचे देखेंगे. 

 

Mahabharat Kisne Likhi  इस बारे में प्रचलित एक विशेष कहानी 

 

जब महर्षि वेदव्यास महाभारत की रचना की तैयारी में थे तब उन्हें इस प्रकार के लेखक की खोज थी जो वेदव्यास जो सोंचेंगे उस प्रकार ही लेखन कर सके अर्थात महर्षि वेदव्यास जो सोच रहे हो वह उसी गति के साथ लिख सके. 

 

उसी के साथ जो भी व्यक्ति लेखन कार्य कर रहा होगा वो लेखन कार्य के मध्य में विश्राम नहीं कर सकता है ये उनकी शर्त थी. क्योंकि यदि लेखक विश्राम करने लगेगा तो लेखन की लय टूट जाएगी और वे उन्हें क्या लिखवाना है ये भूल जाएंगे.

 

किन्तु ऐसा प्रतिभा संपन्न लेखक मिल पाना काफी मुस्किल था. ऐसा नहीं की महर्षि वेदव्यास ने ऐसा लेखक खोजने के कोशिश नहीं की. उनकी बहुत कोशिश के बाद भी उन्हें सफलता होठ नहीं लगी. ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं पाया जो महर्षि द्वारा निर्थारित मानकों पर खड़ा उतर सके.

 

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Mahabharat Kisne Likhi Thi

आखिर में वेदव्यास ने देवो दे देव महादेव शिवशंकर भगवान के पास जाकर अपनी समस्या का बखान किया. उनकी समस्या सुनकर भगवान शिवशंकर ने वेदव्यास को अपने पुत्र गणेश को इस कार्य का को पूरा करने के लिए कहा.

 

उसके बाद वेदव्यास ने लेखन कार्य के लिए निर्धारित मनको का उल्लेख श्री गणेश भगवान के समक्ष किया. भगवान श्री गणेश ने उनकी शर्तों का मानकर उनके साथ जाने को और लेखन कार्य के लिए मान गए. इस प्रकार से महाभारत जैसे महान ग्रन्थ की रचना पूर्ण हो सकी.

 

इसीलिए कहा जाता है की, महाभारत भगवान श्री गणेश ने लिखा था. (Mahabharat Bhagwan Shri Ganesh ne Likhi Thi)

 

यदि आप हमारे ब्लॉग के नियमित पाठक होंगे तो आपको जानकारी होगी ही की हमारे ब्लॉग में किसी भी विषय के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देकर ही किसी भी लेख को पूरा किया जाता है. इसीलिए आगे “महाभारत” इस महाकाव्य के बारे में विस्तृत जानकारी आपको आगे दी जा रही है. 

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत की रचना कब हुई?

 

महाभारत की प्राचीनता रामायण के समकालीन ही है. महाभारत में श्लोकों की संख्या एक लाख है, इसीलिए महाभारत को शतसाहस्त्र संहिता भी कहा जाता है

 

हमे वर्तमान में जिस रूप में महाभारत प्राप्त है इससे एक बात तो स्पष्ट हो जाती है की, महाभारत की रचना किसी एक कवि द्वारा में एक ही काल में नहीं हुई थी. क्योकि इसकी भाषा-शैली, छंद आदि की दृष्टि से भारी विषमता है और सामग्रियों की दृष्टि से भी इसमें अंतर है.

 

अतः इस वेदव्यास के द्वारा महाभारत को काव्य का स्वरूप दिया और इसके विकास के प्रमुख तीन स्वरूप माने जाते हैं 1.जय, 2.भारत, 3.महाभारत. 

 

इस बात का पता महाभारत से ही चलता है, कि महाभारत प्राचीन नाम जय था और बाद में इसे भारत नाम दिया गया. उसके बाद विकास के साथ ही अंत में महाभारत के नाम से यह प्रचलित और विख्यात हो गया. 

 

विशेष बात ये है की, महाभारत की रचना कब हुई इस विषय में काफी मतभेद है. उन मतभेदो दे चलते भी जिन बातो पर सभी की सहमती बनी उनके बारे में आपको अवगत कराना आवश्यक है. निचे मुद्देवार समझिये. 

 

1. महाभारत एवं वर्णित आख्यानों का आश्वलायन गृह्यसूत्रों तथा बौधायन धर्मसूत्र में स्पष्टतः उल्लेख मिलता है. श्रीमद्भगवद्गीता का एक श्लोक बौधायन गृह्यसूत्र में से लिया गया है. जो कुछ इस प्रकार है. निचे इमेज में देख सकते है. 👇👀👇

 

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महाभारत के रचयिता कौन है

2. इतिहासकार विन्टरनित्स का इस बारे में यही निष्कर्ष है की, ईसा पूर्व चतुर्थ शताब्दी को बौधायन का समय निर्धारित किया गया है. अतः हो सकता है कि, महाभारत का मूल रूप इसी समय में रचित होगा. 

 

3. मेकडाउन के द्वारा भी इसकी रचना ईसा पूर्व 500 निर्धारित किया हैं. 

 

4. महाभारत में बौद्धधर्म तथा यवनों का भी कई जगर पर उल्लेख हुआ हैं. जिससे ये भी प्रतिपादित होता है, कि महाभारत बुद्धकाल अर्थात ई.पू.छठी शताब्दी के बाद की रचना है.

 

5. कुछ इतिहासकार मानते है की, महाभारत का अंतिम स्वरूप ईसा पूर्व दूसरी शताब्दी तक पूरा हो चुका था. इस बात का मूल आधार ये है की, महाभारत के अंतिम स्वरूप में शक, यवन और पह्लव आदि का उल्लेख मिलता है तथा मंदिरों-स्तूपों का वर्णन तथा विष्णु और शिव की उपासना का भी उल्लेख मिलता है. 

 

6. इस प्रकार ई.पू.500-400 को महाभारत की प्रारंभिक तिथि तथा ई.पू.200 को अंतिम तिथि मानी जा सकती है.

 

7. अधिकांश विद्वान एक ऐतिहासिक घटना के रूप में महाभारत के युद्ध को मान्यता प्रदान कर चुके है. जो ई.पू.950 के लगभग लङा गया था उसके बाद इस उस युद्ध कर वर्णन इस महाकाव्य में किया गया होगा. 

 

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Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का अन्य भाषाओँ में किया गया अनुवाद

 

महाभारत हमारे भारत का बहतु प्राचीन ग्रंथ है, जिसका अनुवाद बहुत से लेखकों ने अपनी-अपनी भाषाओँ में किया है. जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण अनुवादों की जानकारी आपको दी जा रही हैं. 

 

1. महाभारत का अनुवाद अकबर के आदेश पर फैजी के द्वारा किया गया. जिसका नाम “रज्मनामा” रखा गया था. जो फ़ारसी भाषा था. 

 

2. महाभारत पहला अंग्रेजी अनुवाद “किसरी मोहन गांगुली” ने किया है.

 

3. भारतीय अर्थशास्त्री जिनका नाम “विवेक देवराय” है उन्होंने महाभारत का अनुवाद 10 भागों में करना शुरू किया है.  

 

4. महाभारत का हिंदी में सचित्र पुनर्कथन “देवदत्त पटनायक” और “अंकुर मित्तल” इन्होने किया है. 

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत की कथा का मूल

 

कौरव और पाण्डवों के बीच का संघर्ष ही महाभारत की कथा का मूल है. किन्तु केवल कौरव और पाण्डवों के बीच का संघर्ष ही इसका मूल कहना उचित नहीं है. क्योकि इसके अंतर्गत इतने विषयों के बारे में व्यापक रूप से वर्णित किया गया जिसमे इसमें धर्म, दर्शन, पुराण, इतिहास, आख्यान, स्मृति आदि का समावेश हो गया है.

 

इस कारण से भारतीय जीवन का विश्वकोश के रूप में महाभारत जाना जाता है. इसे एक ही साथ अर्थशास्त्र-धर्मशास्त्र-कामशास्त्र कहा गया है.

 

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Mahabharat Ke Rachyita Kaun Hai

महर्षि व्यास ने महाभारत को सभी कवियों का उपजीव्य बताया है क्योकि महाभारत अनेक नाटकों, काव्यों, महाकाव्यों, तथा आख्यानों का स्त्रोत है. संस्कृति की दृष्टि से महाभारत की रचना का अधिक महत्त्व माना जाता है न की, साहित्य की दृष्टि से.

 

महाभारत ऐसा ग्रंथ है जिसमें हर एक श्रेणी का मनुष्य अपने जीवन में नैतिक उत्थान के लिये सामग्री ज्ञान प्राप्त कर सकता है.  

 

महाभारत का युद्ध कब और कहाँ हुआ था? – महाभारत कौन से युग में हुआ था ?

 

महाभारत का युद्ध बरसों पहले हुआ किन्तु आज भी लोगों में मन में इस युद्ध प्रति के जिज्ञासा का भाव है. महाभारत के युद्ध को विश्व इतिहास का सबसे भीषण युद्ध माना जाता है. 

 

युद्ध के समाप्ति के पश्चात केवल 18 योद्धा ही जीवित रहे थे. जिनमे 15 पांडवों की ओर से और 3 कौरवों की ओर से थे. इसकी विकरालता और भयावहता के चलते इसमें मानव हानि, धन हानि के साथ ही संस्कृति, समाज, सभ्यता धर्म का भी पतन हो गया. इसका स्पष्ट उल्लेख इतिहास में मिलता है. 

तो आइये आगे जान लेते है की यह विकराल और भयावह युद्ध कब हुआ था और कहाँ हुआ था?

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कब हुआ था?

 

महाभारत का युद्ध कब हुआ था इस बारे विद्वान् एकमत नहीं है. अधिकतर विद्वानों का मानना हैं, महाभारत का युद्ध 1000 ईसा पूर्व से 1500 ईसा पूर्व को हुआ था. 

 

  • वही भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट के अनुसार :- महाभारत का युद्ध 18 फ़रवरी 3102 ईसा पूर्व को हुआ था. 

 

  • पुराणों की नाम तो महाभारत का युद्ध 1900 ईसा पूर्व को हुआ था. 

 

  • यूरोपीय विद्वान का मत:- महाभारत का युद्ध 1200 ईसा पूर्व हुआ था. 

 

इस प्रकार महाभारत का युद्ध कब हुआ था? इस बारे में सटीक प्रमाण नहीं मिलें पाये हैं.

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कहाँ हुआ था?

 

आपको बता दे की, “कुरुक्षेत्र” इस स्थान पर महाभारत का युद्ध हुआ था. “कुरुक्षेत्र” के राजा “कुरु” के नाम पर ही इसका नाम “कुरुक्षेत्र” पड़ा था. वर्तमान में “कुरुक्षेत्र” यह स्थान भारत के हरियाणा राज्य में स्थित है. 

 

आपको विशेष बात बता दे की, कौरवों और पांडवों के बीच के इस युद्ध को “कुरुक्षेत्र का युद्ध” भी कहा जाता है.

 

हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार महाभारत के युद्ध कुरुक्षेत्र में होने के पीछे एक कारण था. जो की इस प्रकार है, 👇👀👇

 

राजा कुरु को देवराज इंद्र का दिया वरदान था. जो वरदान ऐसा था की, जो कोई कुरुक्षेत्र में युद्ध करता हुआ मरानागति जायेगा उसे स्वर्ग की प्राप्ति होगी. यही कारण था की, कुरुक्षेत्र को महाभारत के युद्ध के लिए चुना गया था.

 

महाभारत का युद्ध कौरवों और पांडवों के मध्य विश्व में धर्म की स्थापना के लिए हुआ था. इसमें पांडवों को उनके सारथि श्रीकृष्ण के सहायता से विजय की प्राप्ति हुई थी. जिसे अधर्म पर धर्म की गौरवपूर्ण विजय के रूप में प्रस्थापित किया गया.

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत में कितने श्लोक हैं ?

 

दुनिया के सबसे बड़े महाकाव्य और हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रन्थ “महाभारत” में लगभग 110,000 (एक लाख दस हज़ार) से अधिक श्लोक हैं. महाभारत में कौरवों और पांडवों के मध्य हुए युद्ध का वर्णन काव्यरूप में किया गया है. ये विशेष है की, श्लोकों की संख्या के अनुसार महाभारत विश्व का सबसे बड़ा काव्य है. इसीलिए महाभारत को “महाकाव्य” कहा जाता है

 

ऐसा नहीं की महाभारत में केवल कुरुक्षेत्र में हुए युद्ध का ही वर्णन है इसमें हिन्दू धर्म बहुत से महत्वपूर्ण तथ्य शामिल किये गए है और हिन्दू धर्म इसका विशेष महत्व है और विशेष मौकों पर इन श्लोकों का पठन जाता है.

 

महाभारत में कितने श्लोक हैं – मत और मतान्तर 

 

महाभारत में कितने श्लोक हैं, इस बारे में भिन्न-भिन्न आंकड़े हमारे सामने आते हैं. अर्थात श्लोकों की संख्या के बारे में एक राय नही है. 

 

ऐसा माना जाता है कि, कौरव-पांडवों के युद्ध के 10वें दिन से महाभारत को लिखने की शुरु किया गया था और इसमें लगभग 8000 श्लोक ही लिखे गए थे. अर्थात जो महाभारत की मूल प्रति (Original Copy) में केवल 8 हज़ार ही श्लोक थे. किन्तु उसके बाद इसमें बहुत सी चीज़े जोड़ी गई और श्लोकों की संख्या 24000 हो गयी.

 

समय के साथ-साथ इसमें एक बार फिर से श्लोक बढ़ाये गये और श्लोकों की संख्या एक लाख से अधिक हो गयी. इसके पश्चात् भी इसमें थोड़े बहुत बदलाव किये जाते रहे. इसके कारण वर्तमान में महाभारत में श्लोकों की संख्या  (एक लाख दस हज़ार) 110,000 के पास-पास है.

 

दरअसल, विभिन्न स्रोतों में वर्तमान में भी महाभारत के श्लोकों की संख्या को लेकर आंकड़े मिलते नहीं दिखाई देते है. कुछ विद्वानों के अनुसार महाभारत में श्लोकों की संख्या लगभग 2 लाख तक बताते है. 

 

महाभारत में कितने श्लोक है इस बारे में चाहे आपको मत मंतांतर देखने को मिले किन्तु 110,000  “एक लाख दस हज़ार” श्लोक महाभारत में हैं. इस बारे में बहुत से विद्वानों की राय एक जैसी है. 

 

चाहे जो भी हो किन्तु, “महाभारत दुनिया का सबसे बड़ा काव्य है” ये बात हम भारतीय होने के नाते गर्व से कर सकते है. 

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत किस भाषा में लिखा गया है ?

 

Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki  और Mahabharat Kisne Likhi इस बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ ही आपको ये भी जान लेना आवश्यक है की, महाभारत किस भाषा में लिखा गया है?

 

तो आपको बता दे की, महाभारत को संस्कृत भाषा में लिखी गया है. हिन्दू धर्म के सबसे पवित्र ग्रन्थों में महाभारत सम्मिलित है. इसमें सैकड़ों वर्ष पूर्व कौरवों-पांडवों के बीच हुये युद्ध को काव्यरूप में वर्णित किया गया है.  

 

महाभारत की रचना और लेखन संस्कृत भाषा में हुई थी इसके पीछे के तर्क:-

 

1. पौराणिक काल में देवी-देवताओ की भाषा संस्कृत ही हुआ करती थी. 

2. संस्कृत को ऋषियों की भी भाषा कहा जाता है. 

3. जब कुरुक्षेत्र का युद्ध हुआ उस समय की भाषा संस्कृत ही थी. 

4. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महाभारत के लेखन कार्य का प्रारंभ कुरुक्षेत्र के युद्ध के 10वें दिन से हुई थी.

5. इसके बाद महाभारत को लिखने में लगभग 3 साल लगे थे.

 

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Mahabharat Ki Rachna : महाभारत का युद्ध कितने दिन चला ?

 

कौरव और पांड्वो के मध्य महाभारत के युद्ध का बिगुल मार्गशीर्ष शुक्ल चौदह को हुआ फूंका गया था और युद्ध लगातार 18 दिनों तक चला था. आपको महाभारत के युद्ध में 18 दिनों में हर एक दिन कुछ न कुछ विशेष घटना हुई है. जिसके बारे में आपको इस लेख में बता पाना थोडा मुस्किल है. इसीलिए आपके लिए एक नये लेख में इसके बारे में जानकारी देंगे. 

 

Mahabharat Ki Rachna : महाभारत में कितने अध्याय हैं

 

हमारे लेख Mahabharat Kisne Likhi में आगे आपको महाभारत में कितने अध्याय हैं इस बारे में रौशनी डाली जाएगी. 

ग्रन्थों में विश्व इतिहास के सबसे पुराने ग्रन्थों में महाभारत का नाम सबसे अग्रणी है और अन्य धर्मों के कई ग्रन्थों से इसका इतिहास काफी पुराना है. ऐसी मान्यता है की, महाभारत की रचना  महर्षि वेद व्यास ने लगभग 3000 साल पहले की थी. और विश्व के सबसे लंबा काव्य संग्रह महाभारत में कुल 18 अध्याय हैं

 

विभिन्न घटनाओं के आधार पर महाभारत के कुल 18 अध्यायों को बांटा गया है. इन अध्याय को पर्व कहा जाता हैं जो निम्नलिखित बताये जा रहे हैं:-

 

1. आदि पर्व :- आदि पर्व में कुल 7190 श्लोक हैं.  इसे 19 उपपर्वो में बांटा गया है.  

 

2. सभा पर्व:- कौरवों और पांडवों के बीच हुए जुए के खेल का वर्णन सभा पर्व में बताया गया है. वैसे ही इसमें वनवास के साथ अन्य घटनाओं का भी वर्णन किया गया है.

 

3. वन पर्व:- वन पर्व में पांडवों द्वारा अरण्य अर्थात वन में बिताये गए समय के बारे में वर्णन है.

 

4. वीरता पर्व:- वीरता पर्व में पांडवों के वनवास के 13वें वर्ष की घटना को विस्तृत रूप से वर्णित कर उनके वेश बदल कर जंगलो में निवास करने की घटना का विशेष वर्णन है.

 

5. उद्योग पर्व:- उद्योग पर्व में पांडवों जब हस्तिनापुर वापस लौटते है उस समय हुई घटनाओ का वर्णन है.

 

6. भीष्म पर्व:- भीष्म पर्व में पांडवों-कौरवों के युद्ध का उल्लेख प्रारंभ होता है और इसमें युद्ध के 10वें दिन के बारे में वर्णन है.

 

7. द्रोण पर्व:- द्रोण पर्व में युद्द के 13वें दिन जहां गुरु द्रोण युद्ध लड़ते हुए मृत्यु को प्राप्त हुए थे उसका जिक्र है. 

8. कर्ण पर्व:- कर्ण पर्व जब कर्ण द्रोण की मृत्यु के बाद युद्ध भूमि में आते हैं, उसके पश्चात की घटनाओं को इस पर्व में वर्णित किया गया है.

 

इन 8 पर्वों के अतिरिक्त महाभारत के अन्य 10 अध्याय जो निम्नलिखत है:–

 

9. शल्य पर्व,  10. सौप्तिका पर्व,  11. स्त्री पर्व, 12. शांति पर्व, 13. अनुशासन पर्व, 14. अश्वमेध पर्व

15. आश्रम्वासिका पर्व, 16. मौसला पर्व, 17. महाप्रस्तानिका पर्व, 18. स्वर्ग आरोहन पर्व

 

उसीप्रकार हरिवंश इसका परिशिष्ट (खिल पर्व) है, जिसमें कृष्णवंश की कथा विस्तारपूर्वक बतायी गयी है.

 

Frequently Asked Questions About Mahabharat  – महाभारत के बारे में बार बार पूछे जाने वाले सवाल 

 

1. महाभारत का पुराना नाम क्या है ?

Answer:- “जयसहिंता” महाभारत का पुराना नाम के साथ इसे “भारत महाकाव्य” के नाम से जाना भी जाना जाता था. 1. जयसहिंता, 2. भारत और 3. महाभारत इन तिन नामों से यह लोकप्रिय हैं.

2. महाभारत के लेखन का कार्य किसने किया ? (Mahabharat Kisne Likhi Thi)

Answer:- पौराणिक मान्यता के अनुसार महाभारत के लेखन का कार्य शंकर और पार्वती पुत्र “श्री गणेश” ने किसने किया था.

3. Mahabharat Ki Rachna Kis Bhasha Mein Hui ?

Answer:- महाभारत की रचना संस्कृत भाषा (Sanskrit Bhasha) में हुई थी.

4. महाभारत में कितने श्लोक हैं ?

Answer:- हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रन्थों में से एक महाभारत में लगभग 110,000 (एक लाख दस हज़ार) से अधिक श्लोक हैं. किसी किसी जगह पर इसका वर्णन 1,10, 000 से 1,40,000 ऐसा मिलता है.

5. Mahabharat Me Kitne Adhyay Hai ?

Answer:- महाभारत में कुल 18 अध्याय हैं और इन अध्यायों को “पर्व” भी कहा जाता है.

6. महाभारत किसने लिखी थी और कब लिखी थी?

Answer:- महाभारत के लेखक :- “श्री गणेश” (Shri Ganesh) अधिकतर लोगों को पता है कि, महाभारत महर्षि वेदव्यास द्वारा लिखित है किन्तु इस तथ्य से कह ही लोग परिचित है कि, महाभारत के लेखक के रूप में भगवान “श्री गणेश” थे. महर्षि वेदव्यास ने महाभारत कथा को सिर्फ उनके बोलकर बताया था.

7. महाभारत को लिखने में कितना समय लगा था?

Answer:- पुराणिक रूप से देखा जाये तो महर्षि वेदव्यास जी और श्री गणेश को महाभारत को पूरा की रचना और लेखन कार्य में ३ वर्ष लगे थे. वही ऐतिहासिक दृष्टी से महर्षि वेदव्यास को उस समय लेखन लिपी कला का विकास होने के चलते ३ वर्ष लगे थे ऐसा माना जाता है.

 

Conclusion:-

 

आज लेख महाभारत किसने लिखी थी? – Mahabharat Ki Rachna Kisne Ki सटीक जवाब में आपको Mahabharat Ke Rachyita Kaun Hai और Mahabharat Kisne Likha Answer देंगे. उसी प्रकार, महाभारत की रचना किसने की, Mahabharat Kisne Likhi Thi, महाभारत किस भाषा में लिखा गया है, महाभारत का युद्ध कितने दिन चला, महाभारत कौन से युग में हुआ था इन सभी की सार्थक चर्चा की गयी. फिर भी हमारे इस लेख महाभारत किसने लिखी और महाभारत के रचयिता कौन थे इसमें महाभारत की रचना किसने की और किसने लिखी थी इस बारे में ही विशेष तथ्य आपके सामने रखे गए. आशा है आपको ये लेख पसंद आयेगा. ….. कमेंट जरुर करे. धन्यवाद……!